जब हम बच्चे थे जब हम बच्चे थे
जब हम बच्चे थे ,टाफियों से खुश होते थे अब ट्राफियों से खुश होते हैं। जब हम बच्चे थे ,टाफियों से खुश होते थे अब ट्राफियों से खुश होते हैं।
अब चलो उसकी खोज करें हम खुद पर फिर से गौर करें हम। अब चलो उसकी खोज करें हम खुद पर फिर से गौर करें हम।
वो समय था जो निकल गया घोर कोहरा जैसे छट गया ! वो समय था जो निकल गया घोर कोहरा जैसे छट गया !
कभी रोने पर भी पाबंदियां थी तो कभी मुस्कुराने पर भी थे एतराज़ हमसे कभी फ़िज़ूल में कभी रोने पर भी पाबंदियां थी तो कभी मुस्कुराने पर भी थे एतराज़ हमसे कभी...
पतझड़ का मौसम था, कुछ पेड़ों में पत्ते झडे़ थे, कुछ में नए निकल रहे थे, पर , तुम कह पतझड़ का मौसम था, कुछ पेड़ों में पत्ते झडे़ थे, कुछ में नए निकल रहे थे, ...